शताब्दी एक्सप्रेस के ललितपुर, मुरैना और धौलपुर स्टॉपेज नहीं होंगे खत्म, 120 के बजाय 130 रहेगी रफ्तार


भोपाल. नई दिल्ली-हबीबगंज शताब्दी एक्सप्रेस के ललितपुर, मुरैना और धौलपुर स्टॉपेज को खत्म किए बगैर बीना में हाल्ट दिया जाएगा। हाल्ट में लगने वाला समय ट्रेन की स्पीड बढ़ाकर निकाला जाएगा। वहीं, भोपाल-दमोह राज्य रानी एक्सप्रेस को हबीबगंज शिफ्ट करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसी तरह अमरकंटक एक्सप्रेस को भोपाल से इंदौर तक बढ़ाया जा सकता है। रेल मंत्रालय के उच्च अधिकारी ने बताया कि टाइम-टेबल कमेटी में इन मामलों पर विचार किया गया, जिसके परिणाम मार्च के दूसरे सप्ताह तक आ जाएंगे। 



किसी भी ट्रेन को हाल्ट देने के बाद फिर से स्टार्ट कर रवाना करने में 12 मिनट का समय लगता है। इस समय को कवर करने के लिए ट्रेन की रफ्तार 10 किमी प्रति घंटे बढ़ाकर किया जा सकता है। चूंकि अब बीना से झांसी तक का ट्रैक 120 की जगह 130 की रफ्तार वाला हो गया है, इसलिए ट्रेन के अन्य किसी स्टॉपेज को खत्म किए बगैर एक हाल्ट दिया जा सकता है। रेल मामलों के जानकार व मंडल की उपयोगकर्ता समिति के सदस्य निरंजन वाधवानी का कहना है कि लगातार ट्रैक की स्पीड बढ़ाने के लिए काम चल रहे हैं। इसलिए अन्य स्टॉपेज खत्म किए बगैर एक-दो हाल्ट बढ़ाए जा सकते हैं। 


जनशताब्दी और राज्यरानी का इंटरचेंज भी किया जा सकता है


हबीबगंज-जबलपुर जन शताब्दी एक्सप्रेस और भोपाल-दमोह राज्यरानी एक्सप्रेस का इंटरचेंज भी किया जा सकता है। यानी जनशताब्दी को हबीबगंज की जगह भोपाल से शुरू कर दिया जाएगा। जबकि राज्यरानी को भोपाल के स्थान पर हबीबगंज से शुरू किया जा सकता है। इससे दोनों ही स्टेशनों के यात्रियों को एक-एक अतिरिक्त ट्रेन की सुविधा मिल जाएगी।


अमरकंटक एक्स. पर भी निर्णय
भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस को इंदौर तक बढ़ाया जा सकता है। रेल उपयोगकर्ता समिति व सांसदों की मांग पर टाइम-टेबल कमेटी यह निर्णय ले सकती है कि इस ट्रेन को इंदौर से भोपाल होते हुए दुर्ग तक चलाया जाए। इससे इंदौर के यात्रियों को छत्तीसगढ़ जाने के लिए एक ट्रेन मिल जाएगी और भोपाल के लोगों को इंदौर आने-जाने का एक और विकल्प मिल जाएगा।


भोपाल स्टेशन... प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर इमरजेंसी मेडिकल रूम की शुरुआत


भोपाल रेलवे स्टेशन पर शनिवार को इमरजेंसी मेडिकल रूम की शुरुआत कर दी गई है। अभी तक स्टेशन पर यह सुविधा नहीं थी। दो साल पहले शुरुआत की गई थी, लेकिन वह संबंधित हॉस्पिटल ने बंद कर दी गई थी। इस बार भोपाल के आरआर हॉस्पिटल को यह रूम संचालित करने को दिया गया है। इसकी शुरुआत डीआरएम उदय बोरवनकर ने की। प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर इमरजेंसी मेडिकल रूम की शुरुआत कमरा नंबर-10 में की गई है। इसमें निजी अस्पताल का एक डॉक्टर व नर्स 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर और जीवन उपयोगी जरूरी उपकरण व दवाइयां भी मौजूद रहेंगी।